देवायण ब्रह्म कल्प : खंड 1 भाग 2

इसमें देव मंडल का अगला भाग, ऋषि मंडल, यज्ञ मंडल और बीति मंडल है। ऋषि मंडल हमें ऋषियों और उनके कार्यों के बारे में बताता है। इसमें ऋषि वशिष्ठ का जीवन, और ऋषि विश्वामित्र द्वारा ढाया गया विनाश सम्मिलित है। यह रात्रि के अंधकार बलों (नक्त) के कार्य का, तथा वीतिहोत्र नामक अलौकिक अस्तित्व की स्थापना का वर्णन करता है। यज्ञ मंडल बताता है कि कैसे सृष्टि से विलुप्त हो गए सत्यदेव का आह्वान करते हुए एक दिव्य यज्ञ का अनुष्ठान करने के लिए, ऋषियों ने अग्नि की सहायता की याचना की थी। इनमें सरलतर भाषा में ऋगवेद के कुछ मंत्र भी सम्मिलित हैं। बीति मंडल दिव्य देवताओँ की शक्तियों का, और वीतिहोत्र के शुद्धिकरण का वर्णन करता है। बाद में, अन्य देवताओँ, ऋषियों और चार दिव्य शक्तियों – महेश्वरी, काली, लक्ष्मी एवं सरस्वती के साथ, दिव्य त्रिदेव – ब्रह्मा, विष्णु और महेश्वर की उपस्थिति में वीतिहोत्र का मिलन सत्यदेव के साथ किया गया ।

Title : Devayana Vol 1.Part 2 (in Hindi) | Author : Dr.Hajari| Pages : 444 | Edition : Paperback | Price : Rs.600/-| ISBN : 978-81-9408-090-9 | Subject : Hinduism | Year of Publication: 2019 

PURCHASE INFORMATION

Ms. Jyotsna Khandelwal      Moonlight Books:- 20 Ekjot Apartment, Pitampura Road,  No. 44, Delhi-110034, India.
      email: 
moonlightbooks@gmail.com

Web: www.moonlightbooks.in   Amita Nathwani

nilesh.nathwani@aon.at | amita.nathwani@gmail.com

Previous
Previous

देवायण ब्रह्म कल्प : खंड 1 भाग 1

Next
Next

देवायण ब्रह्म कल्प : खंड 1 भाग 3